tag:blogger.com,1999:blog-1902450941432292020.post2357384536794700804..comments2023-11-03T18:39:41.833+05:30Comments on मतान्तर: अमेरिकी वर्चस्व के अंत की शुरूआत हो रही है?Balendu Sharma Dadhichhttp://www.blogger.com/profile/16546616205596987460noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1902450941432292020.post-19037867012494672852008-09-05T13:21:00.000+05:302008-09-05T13:21:00.000+05:30आप सबका धन्यवाद। तरुण भाई, मामला ठंडा नहीं हुआ है,...आप सबका धन्यवाद। तरुण भाई, मामला ठंडा नहीं हुआ है, बल्कि शुरू हुआ है। कल ही अमेरिकी उपराष्ट्रपति डिक चेनी रूस को चुनौती देने के अंदाज में उसके पड़ोसी राष्ट्रों के दौरे पर गए हैं। उधर रूस ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह जार्जिया को नए सिरे से हथियारबंद न करे (जिसे वह शक्तिहीन कर चुका है)। यूरोप और नाटो में भी हलचल मची हुई है और रूस ने काला सागर में जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी है। मुझे लगता है कि ये घटनाएं विश्व राजनीति पर दूरगामी प्रभाव डालेंगी। जार्जिया रूस का पड़ोसी है और अमेरिका के लिए बहुत महत्वपूर्ण सहयोगी। इराक में तैनात विदेशी सैनिकों की संख्या के हिसाब से अमेरिका और ब्रिटेन के बाद जार्जिया का तीसरा स्थान है। अमेरिका उसे कमजोर पड़ने नहीं देगा और रूस मजबूत नहीं होने देगा।Balendu Sharma Dadhichhttps://www.blogger.com/profile/16546616205596987460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1902450941432292020.post-71244500213955514172008-09-05T07:03:00.000+05:302008-09-05T07:03:00.000+05:30रूस यदि 1917 से पहले का साम्राज्यवादी रूस बन कर अम...रूस यदि 1917 से पहले का साम्राज्यवादी रूस बन कर अमेरिका को चुनौती देता भी है तो तीसरी दुनिया<BR/>के विकासशील/अर्द्धविकसित/अविकसित देशों को अल्पकालिक राहत के अतिरिक्त और क्या मिलेगा?Dr. Amar Jyotihttps://www.blogger.com/profile/08059014257594544439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1902450941432292020.post-77192682406411782032008-09-04T18:47:00.000+05:302008-09-04T18:47:00.000+05:30Sahi keh rahe hain lekin ye thora purani baat ho g...Sahi keh rahe hain lekin ye thora purani baat ho gayi. Ye sab to tabhi ho gaya tha jab Olympic ka pehla din tha. ab to sab wapas apne apne gharondon me laut gaye hain.Tarunhttps://www.blogger.com/profile/00455857004125328718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1902450941432292020.post-20876034019093291652008-09-04T16:37:00.000+05:302008-09-04T16:37:00.000+05:30बहुत ही सुंदर,सही और सूचनात्मक आलेख। संजय जी, वहाँ...बहुत ही सुंदर,सही और सूचनात्मक आलेख। <BR/>संजय जी, वहाँ की परिस्थितियों मे भारत की परिस्थितियों मे अंतर है। वहाँ की परिस्थियों से सीख कर निर्णय करेंगे तो परिणाम भारत के लिए उलट ही होंगे। विश्लेषण भी इसी लिए प्रस्तुत नहीं कर रहा हूँ।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1902450941432292020.post-61280433722315110042008-09-04T11:56:00.000+05:302008-09-04T11:56:00.000+05:30एक भारत है जो अपने पड़ोसी पिल्ली देशों को भी नहीं ...एक भारत है जो अपने पड़ोसी पिल्ली देशों को भी नहीं नाथ पा रहा है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.com